मुज़फ़्फ़रपुर का कुढ़नी विधान सभा क्षेत्र कई मायने में अलग समीकरण बना देता है …. ऐसा समीकरण चलता है कुढ़नी विधान सभा क्षेत्र में की पहले पायदान पर आमने सामने मुख्य रूप से जो दो उम्मीदवारों के बीच टक्कर होती है, उसमे तीसरे और चौथे नंबर के उम्मीदवार हीं मतों का विभाजन करते हैं जो मुख्य दो उम्मीदवार का हार जीत तय करता है, ये ऐसा विधान सभा क्षेत्र है जहाँ तीसरे चौथे के साथ उनके पीछे पांचवें और छठे स्थान वाले उम्मीदवार भी लगभग पांच हजार मत ला कर मत विभाजन में अच्छी भूमिका निभा देते हैं

कौन किस पर हावी, जनता में किसकी है पकड़
कुढ़नी में 2022 के उपचुनाव में मुख्य रूप से जदयू के मनोज कुमार सिंह उर्फ़ मनोज कुशवाहा महागठबंधन के उम्मीदवार हैं वहीं एनडीए से भाजपा के केदार प्रसाद गुप्ता उम्मीदवार हैं … ऐसे में इन दोनों के बीच में सीधा मुकाबला दिख रहा है … मनोज कुशवाहा और केदार प्रसाद गुप्ता दोनों पूर्व मुखिया के साथ पूर्व विधायक रह चुके हैं … केदार गुप्ता हाल में हुए एक दुर्घटना मामले में काफी चर्चित हुए थे …. दोनों उम्मीदवार अपनी अपनी पार्टी से जुड़े रहे लेकिन पार्टी या फिर कहें स्थानीय जनता के बीच की बात करें तो मनोज कुमार सिंह उर्फ़ मनोज कुशवाहा जनता के बीच काफी खुले नजर आते रहे एक टर्म चुनाव हारने के बाद और दूसरे टर्म में चुनावी टिकट नहीं मिलने की भी स्थति में जनता से दूर नहीं हुए

2010 चुनाव : देखें कैसे गेम चेंजर बनते तीसरे और चौथे उम्मीदवार
2010 से अब तक के चुनाव पर गौर करें तो मनोज कुमार सिंह जदयू के टिकट पर विजयी हुए थे 36757 मत से जब की दूसरे रनर अप रहे थे विजेंद्र चौधरी 35187 मत पा कर मनोज से 1570 मत से चुनाव हार गए थे, इस चुनाव में IND से बाहुबली शाह आलम शब्बू तीसरे स्थान पर थे 12083 मत ले कर वही चौथे INC उम्मीदवार विनोद चौधरी 9896 मत लाए तो पांचवें बसावन भगत IND से मैदान में थे और ये भी 6812 मत ले आए थे … तीसरे पांचवें उम्मीदवार की बात करें तो 28791 ये तीन उम्मीदवारों के झोली में आ गया … वहीं जीत और हार तय हुआ मात्र 1570 मत से

2015 में बीजेपी के हवा में उड़ गए थे मनोज
केदार प्रसाद गुप्ता पूर्व मुखिया को भाजपा ने 2015 विधान सभा चुनाव में दंगल में उतारा .. केदार प्रसाद गुप्ता ने मनोज कुमार सिंह को काफी मतों से हरा दिया, हालांकि इस चुनाव में भी तीसरे और चौथे नंबर के उम्मीदवार मृत्युंजय और अब्दुल गफ्फार ने मिल कर 9192 मत ला कर प्रमुख दो उम्मीदवारों के वोटों के विभाजन में अपनी भूमिका निभा दिया था … केदार प्रसाद गुप्ता ने 73227 मत अपनी झोली में करते हुए मनोज को 61657 मतों पर समेट कर 11570 से जीत सुनिश्चित किया

2020 में मनोज ने सिंबल लौटाया और राजद की हो गयी जीत
2015 में भाजपा के टिकट पर चुनाव जीतने वाले केदार प्रसाद गुप्ता को अनिल सहनी ने मात्र 712 मत से हरा कर ये दिखाया कि कुढ़नी में सिर्फ भाजपा की हवा नहीं, मनोज कुशवाहा को 11570 मत से हारने वाले खुद 712 मत से हार गए … इसके पीछे मुख्य वजह ये रहा तीसरे नंबर के उम्मीदवार राम बाबू सिंह को 10041 मत आए जो केदार के पक्ष में जाते …. वहीं मनोज कुमार सिंह के नाम से आया सिम्बल को जदयू नेता मनोज कुशवाहा को लौटना पर गया जिसके वजह से एक बड़ा खेमा राजद के पक्ष में उतर गया …. ऐसे में ये साफ़ है 2022 उप चुनाव में उम्मीदवार जितना अधिक होंगे उतना ही मुश्किल दोनों टक्कर वाले मुख्य उम्मीदवारों में होगा